आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ( एबी-पीएमजेएवाई )
आयुष्मान भारत योजना 23 दिसंबर 2018 को रांची में प्रारंभ की गई थी इस योजना के दो स्तंभ हैं हेल्थ वैलनेस सेक्टर एवं जन आरोग्य योजना प्रथम स्थान के तहत 3000 से 5000 आबादी को कवर करने वाले पहले से मौजूद उप केंद्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को 150000 हेल्थ वैलनेस केंद्र के रूप में बदला जा रहा है ताकि व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं तक यूनिवर्सल पहुंच सुनिश्चित हो सके।
आयुष्मान भारत योजना में 50 करोड़ से अधिक लोगों के लाभ के लिए ₹500000 प्रति परिवार प्रति वर्ष के स्वास्थ्य बीमा का प्रावधान है और यह विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है परिवार के आकार संबंधित कोई शर्त नहीं लगाई गई है यह लाभार्थियों के चुनिंदा अस्पतालों सरकारी एवं निजी दोनों में कागज रहित व नगद रहित स्वास्थ्य सुविधा द्वितीयक और तृतीयक अस्पताल चिकित्सक चिकित्सक चिकित्सा सुविधा प्रदान करती है किसी एक राज्य का लाभार्थी देश के किसी भी कोने में स्थित अस्पताल जो इस स्कीम के तहत शामिल है मैं इलाज करवा सकता है।
एन एस एम ओ 2015 सर्वे के मुताबिक विगत वर्षों के दौरान भारत में मरीजों को अस्पताल में दाखिल करने का खर्च लगभग 300% बढ़ा है 80% से अधिक खर्च जेब से पूरे किए जाते हैं जिसे out-of-pocket में भी कहा जाता है ग्रामीण परिवार मुख्य रूप से पारिवारिक आय बचत व्हाट्सएप परिषद तथा उधारी 25% पर निर्भर करते हैं शरीफ परिवार अस्पताल खर्चों के वित्त पोषण के लिए अपनी 75% और उधारी 18% पर निर्भर करते हैं सर्वे के मुताबिक चिकित्सा पर भारत में जेब से 60% से अधिक खर्च होता है इसके परिणाम स्वरूप बढ़ती स्वास्थ्य खर्चों के कारण छह मिलियन परिवार गरीबी से गिर जाते हैं सरकार को आशा है कि इस निम्न आधार पर आयुष्मान भारत चिकित्सा जेब खर्च में कमी करेगी।
आबादी की लगभग 40% को बढ़ा हुआ लाभ कवर किया गया है सभी द्वितीयक और तृतीयक अस्पताल कवर किए जाएंगे प्रत्येक परिवार के लिए 500000 का कवरेज।
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